prichay
शनिवार, 27 नवंबर 2021
दीद ए यार
जहाँ भी जो जो महावीर इस जहाँ में
वो सबके सब अब कबीर हो गए।
नश्तर थे ज़िगर को चाक करने के
इधर कुछ अर्से से दीद ए यार हो गए
जाना
देखा इस लिबास में तो जाना।
जान लिया हमने सपने होते नहीं अपने।।
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